Monday, November 4, 2024
spot_img
Homeधर्मघर पर महाभारत पढ़ना माना जाता है अशुभ- क्या आप तो नहीं...

घर पर महाभारत पढ़ना माना जाता है अशुभ- क्या आप तो नहीं कर रहे ये गलती?

महाभारत, जिसे हिंदू धर्म का एक प्रमुख ग्रंथ माना जाता है, धर्म और अधर्म के बीच के संघर्ष का प्रतीक है। यह ग्रंथ न केवल ऐतिहासिक घटनाओं का वर्णन करता है, बल्कि जीवन के महत्वपूर्ण सिद्धांतों और नैतिकता की भी शिक्षा देता है। हालांकि, इसे घर में रखने या पढ़ने को अशुभ माना जाता है। हालांकि गीता को घर में रखना शुभ है और इसका पाठ करने से आप नकारात्मका से दूर रहते हैं। आइए, महाभारत के इस मान्यता के पीछे के कारणों पर विस्तृत चर्चा करते हैं।

1. नकारात्मकता का प्रभाव

हिंदू धर्म में यह मान्यता है कि महाभारत को घर में रखने से नकारात्मकता का प्रवेश होता है। यह माना जाता है कि इस ग्रंथ के कथानक और पात्रों के संघर्ष से घर में अशांति और कलह उत्पन्न होती है। लोग मानते हैं कि महाभारत की जटिलताओं के कारण परिवार में आपसी विवाद और झगड़े बढ़ सकते हैं, जिससे परिवार का माहौल खराब हो सकता है।

यह भी पढ़ें : न CM सुक्खू मिले, न प्रिविलेज मोशन हुआ वापस- एक बार फिर फूटेगा कर्मियों का गुस्सा

2. परिवार में दूरियां

महाभारत का पाठ करने से परिवार के सदस्यों के बीच दूरियां बढ़ने की भी आशंका जताई जाती है। इसकी कथाएं और पात्रों के बीच के संघर्ष कई बार परिवार में गलतफहमियों का कारण बन जाते हैं। परिवार के सदस्य आपस में बातचीत में कटुता महसूस कर सकते हैं, जिससे रिश्तों में खटास आ सकती है।

3. अभिलाषाएं और ईर्ष्या

महाभारत में वर्णित पात्रों की इच्छाएं, ईर्ष्या और संघर्षों का जिक्र भी इस ग्रंथ को अशुभ मानने का एक कारण है। कई लोग मानते हैं कि इस ग्रंथ को पढ़ने से भूरी भावनाएं जैसे ईर्ष्या और लोभ उत्पन्न हो सकते हैं, जो कि परिवार और समाज में अव्यवस्था का कारण बन सकते हैं।

यह भी पढ़ें : CM सुक्खू बोले- हरियाणा में दो सीटों पर प्रचार किया और दोनों जीते, जानें क्या है सच

4. पंचम वेद का महत्व

महाभारत को ‘पंचम वेद’ के रूप में भी देखा जाता है। इसका अर्थ है कि इसे वेदों का एक अभिन्न हिस्सा माना गया है, लेकिन इसकी जटिलता और गहराई के कारण इसे सामान्य परिस्थितियों में पढ़ना उचित नहीं माना जाता। लोग इसे एक गहन अध्ययन के रूप में मानते हैं, जिसे सही संदर्भ में समझना आवश्यक है।

5. पाठ के समय का महत्व

महाभारत का पाठ करने का समय भी महत्वपूर्ण माना जाता है। कई धार्मिक शिक्षकों का मानना है कि इसे विशेष अवसरों या कठिन परिस्थितियों में पढ़ना चाहिए, जब व्यक्ति मानसिक रूप से तैयार हो। इसके विपरीत, सामान्य समय पर इसका पाठ परिवार में तनाव और कलह को बढ़ा सकता है।

यह भी पढ़ें : विधायक खरीद-फरोख्त मामला: हेलीकॉप्टर कंपनी से शिमला में पूछताछ, खुले कई राज

महाभारत एक अद्भुत ग्रंथ है, जिसमें जीवन के अनगिनत पाठ छिपे हैं। जबकि इसे घर में रखने से संबंधित कुछ मान्यताएं हैं, इसका महत्व और गहराई को नकारा नहीं जा सकता। यह आवश्यक है कि इस ग्रंथ को सही संदर्भ में और ध्यानपूर्वक पढ़ा जाए।

यदि परिवार में कोई समस्या या तनाव हो, तो महाभारत को अध्ययन करने का सही तरीका अपनाना चाहिए। इसका पाठ करने से पहले अपनी मानसिकता को ठीक करना और इसे समझने के लिए एक उचित दृष्टिकोण बनाना महत्वपूर्ण है।

पेज पर वापस जाने के लिए यहां क्लिक करें

RELATED ARTICLES

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Most Popular

Recent Comments