शिमला। सरकार चाहे कोई सी भी हो, जो भी सत्ता में आता है वो वादा करता है कि हम नशा मुक्त हिमाचल बनाएंगे। मगर जब जमीन पर सच की तलाश की जाती है, तो कहानी कुछ और ही बयां होती है। ताजा खबर किसी एक जिले की नहीं बल्कि सम्पूर्ण हिमाचल की है।
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दरअसल, हिमाचल प्रदेश समेत पूरे देश में आदर्श आचार सहिंता लागू होने के बाद से लेकर अबतक, यानी 40 दिनों के भीतर पूरे हिमाचल भर से साढ़े 10 करोड़ से अधिक की शराब, ड्रग्स, नकदी, गहने और अन्य नशीले पदार्थ जब्त किए गए हैं। ये आंकड़ा खुद निर्वाचन आयोग की तरफ से जारी किया गया है।
एक करोड़ से अधिक की तो हेरोइन बरामद हुई
वहीं, इन आंकड़ों में सबसे चौंकाने वाले आंकड़ा प्रदेश में बढ़ रहे सेंथेटिक नशे की खपत का है। दरअसल, इन 40 दिनों के भीतर ही प्रदेश भर से 1 किलो 910 ग्राम हेरोइन की खेप को अलग-अलग मामलों में जब्त किया गया है। पकड़ी गई हेरोइन की कीमत अंतरराष्ट्रीय नशा बाजार में 1.34 करोड़ रुपए के आसपास की बताई जा रही है।
साढ़े 7 करोड़ से अधिक की शराब हुई जब्त
इसके अलावा पुलिस ने इन 40 दिनों के दौरान 75.70 लाख रुपए की 37.85 किलोग्राम चरस को भी अपने कब्जे में लिया है। वहीं, सबसे बड़ा आंकड़ा तो शराब का बताया जा रहा है, क्योंकि इस 40 दिन की अवधि में पुलिस विभाग ने 7.59 करोड़ मूल्य की 5.28 लाख लीटर अवैध शराब को भी जब्त किया है।
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इसके साथ ही साथ 6.85 लाख रुपये के सोने और चांदी के आभूषण भी पुलिस ने जब्त किए हैं। निर्वाचन विभाग के प्रवक्ता ने इस संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि आगामी वक्त में भी चुनावी प्रक्रिया पूर्ण होने तक यह अभियान जारी रहेगा, जिससे सूबे में निष्पक्ष चुनाव कराए जा सकें।
इतना पकड़ा गया तो खपत कितनी होगी
वहीं, यह पूरी जानकारी सामने आने के बाद सबसे बड़ा सवाल तो ये बन गया है कि अगर मात्र 40 दिनों में ही इतनी बड़ी मात्रा में नशे की जब्ती हुई है। तो फिर हिमाचल में चल रहा नशे का यह धंधा कितना अधिक व्यापक हो गया है ? प्रदेश सरकार और पुलिस प्रशासन को इस तरफ ध्यान देने की आवश्यकता मालूम पड़ती है।