Sunday, September 8, 2024
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हिमाचल : दो भाईयों समेत खाई में गिरा टेंपो, किसान ने बचाई एक की जान

मंडी। हिमाचल प्रदेश में आए दिन सड़क हादसों के कारण मरने वालों की संख्या में इजाफा दर्ज किया जा रहा है। ताज़ा मामला प्रदेश के जिला मंडी से सामने आया है। जहां आज बुधवार सुबह-सवेरे करीब साढ़े 6 बजे दो भाईयों सहित एक टेंपो गहरी खाई में गिरने से एक की मौत हो गई। जबकि दूसरा बुरी तरह जख्मी हो गया है। बताया गया कि दोनों भाई मेले में दुकान लगाने जा रहे थे।

500 फिट गहरी खाई में गिरा टेंपो

जानकारी के अनुसार, जिला मंडी में सराज के सुरासणी मेले में मन्यारी की दुकान लगाने जा रहे दो भाई हादसे का शिकार हो गए। हादसा उस समय पेश आया जब वह लम्बाथाच-शिलिबागी सड़क के बगलयारा नामक स्थान पर पहुंचे। बताया गया कि इस दौरान चालक से टेंपो अनियंत्रित होकर तकरीबन 500 फिट गहरी खाई में जा गिरा। हादसा इतना भयावह था कि टेंपो के पूरी तरह परखच्चे उड़ गए।

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किसान राम सिंह ने बचाई एक की जान

बताया गया कि टेंपो गिरने की आवाज सुनते ही खेतों में काम कर रहा एक किसान जिसका नाम राम सिंह है, तुरंत मैके पर पहुंचा। मगर तब तक एक की मौत हो चुकी थी। किसान ने अन्य लोगों को सहायता से लिए बुलाया और घायल को सड़क तक लाकर 108 एंबुलेंस में नागरिक अस्पताल जंजैहली ले जाया गया। वहां से घायल का प्राथमिक उपचार कर उसे मेडिकल कॉलेज नेरचौक रेफर कर दिया गया है।

हादसे का शिकार हुए युवकों की पहचान

मामले की पुष्टि करते हुए SP मंडी साक्षी वर्मा ने बताया कि हादसे की सूचना मिलते ही पुलिस टीम मौके पर पहुंची। जहां से मृतक के शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भिजवाया। साथ ही घायल युवक को भी उपचार के अस्पताल भेजा गया है। हादसे में मृतक की पहचान योगेश कुमार उर्फ संजू उम्र 24 साल पुत्र लोहारू राम के रूप में बताई गई है। घायल युवक का नाम दिनेश उम्र 19 साल बताया गया है। यह दोनों ग्राम पंचायत नौण के गांव कोट के रहने वाले हैं।

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वैकल्पिक दुकान से रोजी-रोटी कमाते हैं लोग

विदित हो, हिमाचल प्रदेश को देवभूमि के नाम से भी जाना जाता है। यहां देवी-देवताओं के नाम पर सैकड़ों मेलों के आयोजन किए जाते हैं। कई लोग इन मेलों में अपनी रोजी-रोटी कमाने के लिए छोटी-मोटी वैकल्पिक दुकान लगाकर अपना जीवन यापन करने के साधन जुटाते हैं। मगर कई बार ऐसे हादसे कुछ परिवारों को ताउम्र के लिए ऐसे जख्म दे जाते हैं, जो नासूर बन जाते हैं।

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