मनाली। हिमाचल के पहाड़ी क्षेत्रों में बारिश के साथ हल्की बर्फबारी भी हो रही है। बारिश से पहाड़ी क्षेत्रों में भूस्खलन की घटनाएं भी सामने आने लगी हैं। ऐसा ही एक बड़ा भूस्खलन हिमाचल के कुल्लू जिला की पर्यटन नगरी मनाली में हुआ है।
यहां भूस्खलन की चपेट में एक अढाई मंजिला मकान आ गया है। मकान पर मलबा गिरने से पूरा घर मिट्टी के ढेर में बदल गया। हादसे में घर के अंदर सो रहे पति पत्नी भी मलबे में दफन हो गए। वहीं इस हादसे में 18 जानें गई हैं।
मनाली के जगतसुख में हुआ हादसा
मिली जानकारी के अनुसार यह हादसा सोमवार मंगलवार की मध्य रात्री को मनाली के जगतसुख में हुआ है। भूस्खलन होने से अढ़ाई मंजिला मकान जमींदोज हो गया। हादसे के समय घर के अंदर जहां पति पत्नी सो रहे थे।
वहीं एक गाय और 18 कुत्ते भी अंदर ही मौजूद थे। हादसे में 18 कुत्तों और एक गाय की मौत हो गई। वहीं पति पत्नी मलबे में दफन हो गए।
एक गाय 18 कुत्तों की मौत
जानकारी देते हुए स्थानीय निवासी नवदीप सिंह ने बताया कि उनकी बेटी गायत्री ने जगतसुख के नागनी नाले में एक अढ़ाई मंजिला मकान किराये पर लिया था। गायत्री यहां पर एनजीओ सहित जानवरों का रेस्क्यू सेंटर चलाती है।
वह अपनी पत्नी के साथ इसी मकान में रहते हैं। इस मकान में 24 कुत्तों के अलावा एक गाय को भी रखा गया था। बीती रात को अचानक जोरदार धमाका हुआ और भारी मलबा उनके मकान पर आ गिरा।
मलबे में दबे दंपत्ति ने फोन कर पड़ोसियों को दी जानकारी
मलबा गिरने से पूरा मकान क्षतिग्रस्त हो गया था। गनीमत रही कि हमारे पास फोन था, जिसकी मदद से हादसे की जानकारी पड़ोसियों को दी। जिसके बाद मौके पर पहुंचे पड़ोसियों ने उन्हें सुरक्षित मलबे से बाहर निकाला, लेकिन एक गाय और 18 कुत्तों को नहीं बचाया जा सका।
घर पर गिरे मलबे में सारा सामान भी दफन हो गया है। घटना की जानकारी मिलते ही मनाली पुलिस की टीम भी मौके पर पहुंची। एसडीएम मनाली रमण कुमार शर्मा ने बताया कि लैंडस्लाइड से एक गाय व 18 पालतू कुत्ते मलबे में दब गए, जिससे उनकी मौत हो गई। गनीमत रही कि पति पत्नी सुरक्षित हैं।