धर्मशाला। हिमाचल प्रदेश के जिला कांगड़ा के डॉ. राजेंद्र प्रसाद राजकीय मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल टांडा में मरीजों को परेशानियों का सामना करना पड़ा रहा है। अस्पताल में दवाइयों की आपूर्ति ना होने के कारण हिमकेयर कार्ड धारक मरीजों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। दरअसल, दवाइयों के बिलों का भुगतान ना होने के कारण मेडिकल स्टोर संचालकों ने हिम केयर स्वास्थ्य कार्ड धारकों को दवाइयां देने से इंकार कर दिया है।
नहीं मिला हिमकेयर कार्ड से कोई भी सामान
टांडा अस्पताल में अपनी मां का पत्थरी का ऑपरेशन करवाने आए रविंद्र कुमार ने बताया कि शुक्रवार के धर्मशाला अस्पताल से उनकी मां को टांडा अस्पताल रेफर किया गया। जहां सर्जरी विभाग के डॉक्टरों ने उन्हें ऑपरेशन संबंधित दवाइयां और अन्य सामान लाने की पर्ची दी।
उसने बताया कि उसके पास हिमकेयर कार्ड था, लेकिन बावजूद इसके अस्पताल की फार्मेसी और सरकार की ओर से अधिकृत मेडिकल स्टोर पर ऑपरेशन का सामान नहीं मिल पाया। जिसके चलते उसे करीब 9 हजार रुपए खर्च कर निजी मेडिकल स्टोर से ऑपरेशन का सामान खरीदना पड़ा।
पैसे देकर दवाइयां खरीदनी पड़ी
उसने बताया कि उसने एमएस कार्यालय में पर्चियों की फोटो स्टेट और मोहर आदि लगाने समेत अन्य औपचारिकताओं को पूरा करवाने में काफी समय लगा, लेकिन फिर भी उसे प्राइवेट मेडिकल स्टोर से पैसे देकर दवाइयां खरीदनी पड़ी।
रविंद्र कुमार ने कहा कि अस्पताल में ना जाने कितने ऐसे मरीज हैं जिनके पास इलाज के लिए पैसे भी नहीं है। अगर मेडिकल स्टोर वाले हिमकेयर कार्ड पर दवाइयां नहीं देंगे तो वह लोग अपना इलाज कैसे करवाएंगे।
मरीजों को सुविधाएं देने की कर रहे कोशिश
वहीं, टांडा मेडिकल कॉलेज के वरिष्ठ चिकित्सा अधीक्षक डॉ. मोहन ने कहा कि हिमकेयर कार्ड धारकों से संबंधित मामला सरकार के ध्यान में है। उन्होंने कहा कि अस्पताल प्रशासन की ओर से मरीजों को ज्यादा से ज्यादा सुविधाएं उपलब्ध करवाने की कोशिश की जा रही है।