हमीरपुर। हिमाचल की बेटियां आज हर क्षेत्र में अपनी प्रतिभा के दम पर बड़े बड़े पद हासिल कर रही हैं। ऐसी ही एक बेटी ने अब स्वास्थ्य के क्षेत्र में बड़ा मुकाम हासिल किया है। यह बेटी हिमाचल के हमीरपुर जिला के नादौन क्षेत्र की रहने वाली है। नादौन की बेटी डॉ श्रेया कटोच ने एमबीबीएस प्रोफेशनल परीक्षा के अंतिम वर्ष में प्रदेश भर में पहला स्थान हासिल किया है।
17 की उम्र में बिना कोचिंग पास की थी नीट परीक्षा
नादौन के जलाड़ी गांव की रहने वाली श्रेया कटोच ने इस परीक्षा में राज्य भर के छह मेडिकल कॉलेजों के छात्रों को पीछे छोड़ कर यह शीर्ष स्थान हासिल किया है।
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22 साल की श्रेया कटोच की इस उपलब्धि से ना सिर्फ उसके माता पिता बल्कि पूरे गांव में खुशी का माहौल है। परिजनों का कहना है कि श्रेया बचपन से ही प्रतिभावान रही है। उसने महज 17 साल की उम्र में बिना कोचिंग के ही नीट की परीक्षा पास कर ली थी।
श्रेया ने MBBS में प्रदेश भर में हासिल किया पहला स्थान
नीट की परीक्षा पास करने के बाद श्रेया कटोच ने डॉ राजेंद्र प्रसाद मेडिकल कॉलेज टांडा कांगड़ा में दाखिला लिया और आज अंतिम वर्ष में प्रोफेशनल परीक्षा में प्रदेश भर में पहला स्थान हासिल किया।
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श्रेया कटोच सिर्फ पढ़ाई में ही नहीं बल्कि अन्य गतिविधियों में भी हमेशा आगे रहती है। वह खेल से लेकर पाठ्येतर गतिविधियों में भी हिस्सा लेती है।
राष्ट्रीय स्तर की बैडमिंटन खिलाड़ी है श्रेया
श्रेया विभिन्न मेडिकल ऐसासिएशन में भी सक्रिय भागीदार रही है। वह राष्ट्रीय स्टर ती बैडमिंटन खिलाड़ी भी है। श्रेया एशियाई मेडिकल छात्र संघ में राष्ट्रीय अधिकारी के प्रतिष्ठित पद पर तैनात है। ग्लोबल एसोसिएशन ऑफ इंडियन मेडिकल स्टूडेंट्स में राज्य स्तर पर महासचिव के रूप में कार्य करती हैं।
अब तक कई पुरस्कार जीत चुकी है श्रेया
श्रेया की माता जलाड़ी में एक स्कूल की प्रिंसिपल है, जबकि पिता पॉलिटेक्निक हमीरपुर में मैकेनिकल इंजीनियरिंग में विभागाध्यक्ष के पद पर तैनात हैं।
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माता-पिता का कहना है कि श्रेया ने बाल विज्ञान कांग्रेस और भाषण प्रतियोगितों में कई राज्य स्तरीय पुरस्कार जीते हैं। श्रेया कटोच को अपने माता पिता से प्रेरणा मिलती है। श्रेया की छोटी बहन भी उसी के पदचिन्हों पर चलकर मेडिकल के क्षेत्र में नाम कमाना चाहती है।