हिमाचल: आम चुनावों के मद्देनजर हिमाचल समेत पूरे देश में आदर्श आचार संहिता लगी हुई है। मगर चुनाव प्रचार में मशगूल नेताओं के दिमाग से कई दफा आचार संहिता के नियमों का पर्दा हट जाता है और वे बातों ही बातों में कुछ ऐसा बोल जाते हैं, जिससे उनकी ही मुश्किलें बढ़ जाती हैं। ताजा मामला हिमाचल प्रदेश के ऊना जिला स्थित गगरेट विधानसभा क्षेत्र से सामने आया है।
माता की कसम देकर मांगे वोट
जहां ज्वालामुखी विधानसभा क्षेत्र के विधायक संजय रत्न ने माता चिंतपूर्णी के नाम की कसम देकर लोगों से वोट मांग लिए। दरअसल, संजय रत्न गगरेट में आयोजित कार्यकर्ता मिलन कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंचे हुए थे। जहां पर जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने जनता को माता चिंतापूर्ण की कसम दी और उनसे वोट मांगे।
वोट देने से बनी रहेगी मां की कृपा
संजय रत्न ने कांग्रेस प्रत्याशी राकेश कालिया के पक्ष में वोट मांगते हुए कहा कि राकेश कालिया माता चिंतपूर्णी के पुजारी वर्ग में आते हैं, उन्हें वोट देने से लोगों पर मां चिंतपूर्णी की कृपा बनी रहेगी। मगर अब संजय रत्न का यह बयान उनके लिए मुसीबत का पर्याय बनता हुआ नजर आ रहा है।
चुनाव आयोग तक पहुंची शिकायत
सामने आई जानकारी के अनुसार संजय रत्न के इस बयान पर संज्ञान लेते हुए भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश कार्यालय सचिव प्रमोद ठाकुर ने इस मामले को चुनाव आयोग तक पहुंचा दिया है। उन्होंने विधायक संजय रत्न के खिलाफ चुनाव आयोग में एक लिखित शिकायत याचिका दायर की है और उन पर लोगों की धार्मिक भावनाओं को भड़काकर वोट मांगने का आरोप लगाया है।
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इसके साथ ही भाजपा की तरफ से जारी हुए बयान में कहा गया है कि कांग्रेस नेता विधानसभा में अपनी होने वाली हार को लेकर इतने घबराई हुए हैं कि अब वो देवी-देवताओं की नाराजगी का भय देकर वोट मांग रहे हैं। उनका इस प्रकार वोट मांगना आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन है।