बिलासपुर। देवभूमि कहे जाने वाले हिमाचल प्रदेश में कई ऐतिहासिक शक्तिपीठ हैं। जिसमें हर साल लाखों श्रद्धालु बाहरी राज्यों से आते हैं और दिल खोल कर दान कर करते हैं।
इन शक्तिपीठों में पैसे के साथ साथ सोने चांदी का भी दान श्रद्धालु करते हैं। अब इसी तरह से हिमाचल के बिलासपुर जिला के विश्व विख्यात शक्तिपीठ श्री नैना देवी में श्रद्धालुओं की मदद से पंजाब की समाजसेवी संस्थाओं ने 40 किलो चांदी के स्तंभ माता के चरणों में अर्पित किए हैं।
सेवा सोसायटी लुधियाना ने अर्पित किए 40 किलो चांदी के स्तंभ
मिली जानकारी के अनुसार श्री नयनादेवी मंदिर में सोमवार को श्री नयनादेवी सेवा सोसायटी लुधियाना ने लगभग 40 किलो चांदी माता के चरणों में अर्पित की है। जिसकी बाजार में कीमत लगभग 33 लाख रुपए आंकी गई है। सोसायटी द्वारा अर्पित किए गए चांदी के यह स्तंभ अब श्री नैना देवी मंदिर के मुख्य मंदिर के गर्भ गृह में सजेंगे।
काफी समय से इक्टठी की जा रही थी चांदी
जानकारी देते हुए श्री नैना देवी जी सेवा सोसायटी लुधियाना के प्रधान बलबीर शर्मा और महासचिव राज कुमार गोयल ने बताया कि काफी समय से श्रद्धालु चांदी इक्ट्ठी कर रहे थे। सोसायटी ने श्रद्धालुओं से अपील की थी कि माता के चरणों चांदी के स्तंभ अर्पित किए जाने हैं। इसके लिए चांदी चाहिए होगी। ऐसे में श्रद्धालुओं ने दिल खोल कर चांदी दान में दी।
बनारस और पंजाब के कारीगरों ने उकेरी कलाकृतियां
जिसके चलते ही सोमवार को 40 किलो चांदी के स्तंभ माता के चरणों में अर्पित किए गए। उन्होंने बताया कि सेवा सोसायटी लुधियाना के लिए नवरात्र मेलों के दौरान खानपान की व्यवस्था की जाएगी।
बता दें कि मां के चरणों में चढ़ाए गए चांदी के स्तंभों पर सजावट और स्थापित करने का कार्य बनारस और पंजाब के कारीगरों द्वारा बखूबी किया गया है। इस पर जहां पर हनुमान जी की मूर्ति, भैरव जी की मूर्ति व श्री नयनादेवी के अलावा ओम बहुत ही अच्छे तरीके से उकेरा गया है।
दिल खोल कर दान करते हैं श्रद्धालु
बता दे कि हिमाचल के शक्तिपीठों में लोगों की काफी श्रद्धा है। जिसके चलते लोग दिल खोल कर दान करते हैं। इससे पहले भी दिल्ली की समाज सेवी संस्था द्वारा माता के दरबार में सोने का गुंबद अर्पित किया गया था।