केलांग। हिमाचल में कांग्रेस से बगावत कर भाजपा में गए पूर्व विधायकों को जब से भाजपा ने विधानसभा चुनाव के टिकट दिए हैं, तभी से प्रदेश में सियासी घमासान मचा हुआ है। भाजपा के कई बड़े दिग्गज नेता इसका विरोध कर चुके हैं। इनमें हिमाचल भाजपा के पूर्व मंत्री डॉ रामलाल मार्कंडेय भी शामिल हैं। डॉ राम लाल मार्कंडेय ने तो उसी समय ऐलान कर दिया था कि वह चुनाव लड़ेंगे। चाहे कोई भी पार्टी उन्हें टिकट दे। अब एक बड़ी खबर सामने आ रही है, जिसमें डॉ रामलाल मार्कंडेय ने खुलेआम निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है।
डॉ रामलाल मार्कंडेय ने निर्दलीय चुनाव लड़ने का किया ऐलान
दरअसल भाजपा ने कांग्रेस के बागी रवि ठाकुर को टिकट दिया है। जिसके बाद से डॉ राम लाल मार्कंडेय भाजपा से खासे नाराज हैं। डॉ राम लाल मार्कंडेय ने पहले कांग्रेस पार्टी से चुनाव लड़ने की इच्छा जताई थी, लेकिन अब उन्होंने निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है। जिसके बाद से भाजपा के खेमे में खासी हलचल देखी जा रही है।
कांग्रेस पार्टी की टिकट पर चुनाव लड़ने का कर रहे थे दावा
सूत्रों की मानें तो इससे पहले मार्कंडेय कांग्रेस पार्टी से चुनाव लड़ने का दावा कर रहे थे, लेकिन कांग्रेस में टिकट आबंटन में हो रही देरी को देखते हुए अब डॉ राम लाल मार्कंडेय ने निर्दलीय चुनावी रण में उतरने का ऐलान कर दिया है।
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डॉ मार्कंडेय ने बताया कि वह 27 अप्रैल से लाहुल से अपने चुनाव का शंखनाद कर प्रचार अभियान को शुरू करेंगे। मार्कंडेय के इस फैसले से जहां भाजपा परेशान है, वहीं भाजपा प्रत्याशी रवि ठाकुर की जीत भी धुंधली होती दिख रही है।
27 अप्रैल से शुरू करेंगे चुनाव प्रचार
बताया जा रहा है कि 27 अप्रैल को डॉ राम लाल मार्कंडेय भाजपा से नाराज चल रहे कार्यकर्ताओं के साथ बैठक करेंगे और उसके बाद इन कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर डोर टू डोर अपना चुनाव प्रचार अभियान शुरू करेंगे। बीते रोज मंगलवार को उन्होंने अपने कार्यकर्ताओं के साथ वर्चुअल बैठक भी की और आगामी रणनीति बनाई।
भाजपा ने कांग्रेस के बागी रवि ठाकुर को दिया था टिकट
बता दें कि डॉ मार्कंडेय ने पहली बार 1998 में हिविकां से चुनाव लड़ा था और जीत पर मंत्री बने थे। इसके बाद साल 2007, 2012, 2017 और 2022 में चार बार चुनाव लड़ चुके हैं। रवि ठाकुर के कांग्रेस छोड़ने के बाद से डॉ राम लाल मार्कंडेय ने उपचुनाव की तैयारी शुरू कर दी थी। लेकिन इसी बीच भाजपा ने कांग्रेस के बागी रवि ठाकुर को टिकट दे दिया।
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जिससे नाराज मार्कंडेय ने अब निर्दलीय चुनाव लड़ने का फैसला किया है। जिससे अब लाहौल स्पीति में मुकाबला तिकोना होने से राजनीतिक समीकरण पूरी तरह से बिगड़ गए है। लाहुल स्पीति में त्रिकोणा मुकाबला होने से मुकाबला रोचक हो गया है।