धर्मशाला। हिमाचल प्रदेश का नाम सुनते ही दिमाग में सबसे पहले कैंपिंग और ट्रैकिंग करने का ख्याल आता है। हर साल देश-विदेश से सैंकड़ों लोग यहां ट्रैकिंग करने के लिए आते हैं। हालांकि, बहुत बार ऐसा होता है कि कुछ लोग इस दौरान रास्ता भटक जाते हैं या फिर किसी हादसे का शिकार हो जाते हैं। ऐसा ही एक मामला हिमाचल प्रदेश के मशहूर पर्यटन स्थल धर्मशाला से सामने आया है।
यहां त्रियुंड पर ट्रैकिंग करने गया 37 साल का ब्रिटिश नागरिक पेटेंगेल रास्ता भूलने के कारण लापता हो गया था। जिसे रेस्क्यू टीम ने तीन दिन बाद सही सलामत ढूंढ लिया है।
लापता ब्रिटिश नागरिक को किया रेस्क्यू
मिली जानकारी के अनुसार, 5 अप्रैल को अपर धर्मकोट के एक गेस्ट हाउस के मालिक ने उन्हें पेटेंगेल के लापता होने की सूचना दी थी। उसने बताया कि पेटेंगेल बीती 4 अप्रैल को ट्रैक पर गया था, लेकिन अभी तक वह वापस नहीं लौटा है। जिसके बाद एसडीआरएफ कांगड़ा की टीम ने ग्लू मंदिर और गुना मंदिर से त्रियुंड की ओर पेटेंगेल की तलाश शुरू कर दी। मगर दिनभर गहन खोज करने के बाद भी टीम को देर रात तक उसका कुछ पता नहीं चल पाया।
बर्फ में पैरों के निशान ये मिला लापता शख्स
इसके बाद अगली सुबह रेस्क्यू टीम को करेरी ट्रैक की ओर जाने वाली बर्फ में पैरों के निशान दिखे, जिसे वह फॉलो करते-करते आगे बढ़े। इसी बीच कैमल पीक और लाका ग्लेशियर के बीच एक गुफा से उन्हें हल्की आवाज सुनाई दी तो उन्होंने तुरंत सीटी बजाई।
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इतने में पेटेंगेल ने भी जवाब में गुफा के अंदर से सीटी बजाई। इसके बाद टीम ने तुंरत गुफा से पेंटेगेल को सुरक्षित रेस्क्यू कर लिया। मगर उसे वापस लाते वक्त टीम खुद भी अपना रास्ता भटक गई और उन्हें काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा।
थकान के कारण गुफा में ली थी शरण
पेटेंगेल ने बताया कि वह अपनी पत्नी के साथ हिमाचल घूमने आया था। 4 अप्रैल को वह अकेला करेरी झील तक ट्रेक करने के लिए निकला था। मगर मौसम खराब और थकावट होने के कारण वह गुफा में रेस्ट करने के लिए रुक गया। उसने रेस्क्यू करने के लिए धर्मशाला पुलिस का खूब आभार जताया है।