ऊना।हिमाचल में छह कांग्रेस के बागी विधाायकों और तीन निर्दलीयों ने बीजेपी ज्वाइन कर ली है। बीते रोज दिल्ली में इन 9 पूर्व विधायकों ने बीजेपी का दामन थाम लिया। इन पूर्व विधायकों के बीजेपी में शामिल होते ही हिमाचल बीजेपी में भी बगावत शुरू हो गई है। बागियों के बीजेपी में शामिल होने पर जहां उनके कार्यकर्ता ढोल नगाड़ों से खुशी मना रहे हैं। वहीं इस खुशी में बीजेपी कार्यकर्ता शामिल नहीं हो रहे हैं। ऊना जिला में तो बीजेपी के एक नेता ने अपने पद से इस्तीफा तक दे दिया है। गगरेट से पूर्व विधायक राकेश कालिया ने अपने पद से इस्तीफा देकर उसे प्रदेश अध्यक्ष राजीव बिंदल को भेज दिया है।
राकेश कालिया ने दिया इस्तीफा
दरअसल ऊना जिला के गगरेट विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस के बागी विधायक चैतन्य शर्मा के बीजेपी का दामन थामते ही प्रदेश भाजपा कार्यकारिणी के विशेष आमंत्रित सदस्य और कांग्रेस टिकट से विधायक रहे राकेश कालिया ने भाजपा से त्यागपत्र दे दिया है। राकेश कालिया ने अपना त्यागपत्र भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष राजीव बिंदल को भेजा है। हालांकि उन्होंने त्यागपत्र देने के बाद अभी तक किसी भी राजनीतिक दल का दामन नहीं थामा है।
त्यागपत्र में लिख दी बड़ी बात
पूर्व विधायक राकेश कालिया ने अपने त्यागपत्र में लिखा है कि 20 वर्षों तक कांग्रेस की सेवा की, जिन कारणों की वजह से मैने कांग्रेस को छोड़ा था, उसे सब जानते हैं। पूर्व विधायक ने बिना किसी का नाम लिखे बताया कि जब भ्रष्ट लोग कांग्रेस में शामिल हुए, तब भी मैंने कांग्रेस को सावधान किया था।
कहा-भ्रष्ट लोग भाजपा को प्रदूषित करने आए
विडंबना है कि वो अब भाजपा को प्रदूषित करने आ गए हैं। ऐसे में इस्तीफा देना ही बेहतर समझा। उन्होंने कहा कि मेरा निर्णय सिर्फ वैचारिक मतभेदों के बारे में नहींए बल्कि यह गगरेट क्षेत्र में शुरू की गई भ्रष्टाचार की संस्कृति के खिलाफ लड़ाई है।
राजनीतिक गलियारों में बढ़ी हलचल
राकेश कालिया का कहना है कि वह गगरेट और चिंतपूर्णी की जनता से चर्चा करने के बाद ही वह अपना अगला कदम उठाएंगे। बता दें कि राकेश कालिया के बीजेपी से इस्तीफा देने के बाद अब राजनीतिक हलचल एक बार फिर तेज हो गई है। अब देखना यह है कि बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष अपने कार्यकर्ताओं के इस आक्रोश को कैसे संभालते हैं।
कांग्रेस की टिकट पर बने थे विधायक
बता दें कि 2012 के विधानसभा चुनाव में गगरेट से राकेश कालिया ने कांग्रेस के टिकट से चुनाव लड़ा और बड़ी जीत हासिल की। 2017 में वह कांग्रेस के टिकट पर हार गए थे। इसके बाद राकेश कालिया ने कांग्रेस का दामन छोड़ दिया था।
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2022 के चुनाव में कांग्रेस ने चैतन्य शर्मा को टिकट दिया। भाजपा ने राजेश ठाकुर पर दांव खेला था। चैतन्य शर्मा 40ए700 वोट हासिल कर बड़ी जीत हासिल करने में कामयाब हो गए थेए कालिया ने ये चुनाव नहीं लड़ा था।