ऊना। हिमाचल प्रदेश के कई युवा आज अपनी मेहनत के दम पर देश ही नहीं बल्कि विदेशों में भी नाम कमा रहे हैं। कई युवा तो विपरित परिस्थितियों में भी हार नहीं मानते हैं और कड़ी मेहनत से अपने लक्ष्य को पूरा करते हैं। ऐसा ही कुछ हिमाचल के ऊना जिला के दो बहन भाई ने भी कर दिखाया है। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के इन बेटा और बेटी ने अपनी कड़ी मेहनत से आज वह मुकाम हासिल कर लिए हैं, जिन्हें पाने के लिए कई युवा सपने देखते हैं।
मां आंगबाड़ी वर्कर, पिता करते हैं दुकान
उपमंडल अंब के तहत आते लोहारा गांव की आंगनबाड़ी वर्कर के बेट सुशांत वशिष्ठ का चयन न्यूक्लियर पावर कार्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड में बतौर साइंटिस्ट हुआ है। जबकि उनकी बेटी डॉ दीक्षा वशिष्ठ ने रासायनिक विज्ञान में पीएचडी की डिग्री हासिल कर ली है। सुशांत और दीक्षा के पिता नरेश वशिष्ठ इलेक्ट्रिानिक रिपेयर की दुकान करते हैं।
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दोनों भाई बहन ने सरकारी स्कूल से पूरी की शिक्षा
शिक्षा की बात करें तो सुशांत वशिष्ठ ने अपने गांव के ही सरकारी स्कूल से 12वीं कक्षा तक की पढ़ाई पूरी की है। उसके बाद सुशांत ने इंजीनियरिंग कॉलेज सुंदरनगर से बीटैक मैकेनिकल की डिग्री हासिल की। इसके बाद सुशांत ने नोएडा में रोबर्ट कंपनी में नौकरी हासिल की और उसके बाद जालंधर में इंडियन ऑयल कार्पोरेशन में नौकरी पाई।
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नौकरी के साथ की गेट परीक्षा की तैयारी
सुंशात का सपना साइंटिस्ट बनने का था, जिसके चलते उसने नौकरी के साथ साथ पढ़ाई भी जारी रखी और गेट की परीक्षा में 600 अंक हासिल कर आईआईटी कानपुर में पीएचडी में दाखिला लिया। इसी बीच उन्हांेने परमाणु ऊर्जा विभाग की परीक्षा को पास कर न्यूक्लियर पावर कार्पोरेशन में बतौर साइंटिस्ट नियुक्ति पाई है।
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दीक्षा ने हासिल की पीएचडी की डिग्री
इसी तरह से सुशांत की बहन दीक्षा वशिष्ठ ने भी गांव के सरकारी स्कूल से 12वीं तक की शिक्षा हासिल की और राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय अंब से बीएससी करने के प्रदेश विश्वविद्यालय से एमएससी की डिग्री हासिल की। दीक्षा ने भी गेट की परीक्षा पास कर आईआईटी रूपनगर से पीएचडी की डिग्री हासिल की।
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बच्चों की उपलब्धि से माता पिता खुश
दोनों बच्चों ने अपनी मेहनत से ना सिर्फ अपने सपनों को साकार किया, बल्कि अपने माता पिता का नाम भी रोशन कर दिया है। बच्चों की इस उपलब्धि पर उसके माता पिता काफी खुश हैं। दोनों बच्चों ने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता पिता और शिक्षकों को दिया है।
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वहीं उन्होंने युवाओं से अपील की है कि सफलता का कोई शॉर्टकट नहीं होता है। अपनी जिंदगी में एक लक्ष्य को साध लो और उसे पाने के लिए जीतोड़ मेहनत करो। कड़ी मेहनत से हर लक्ष्य को हासिल किया जा सकता है।