शिमला। हिमाचल प्रदेश में राज्यसभा की एक सीट पर हुए चुनाव के परिणाम घोषित करने के नियमों को अब हिमाचल हाईकोर्ट में चुनौती दी गई है। यह चुनौती कांग्रेस के प्रत्याशी रहे अभिषेक मनु सिंघवी ने दी है। अभिषेक मनु सिंघवी इस चुनाव में हार गए थे और बीजेपी के प्रत्याशी हर्ष महाजन ने जीत दर्ज की थी। मनु सिंघवी ने प्रत्याशी की जीत का फैसला पर्जी सिस्टम से करने के नियमों को हिमाचल हाइकोर्ट में चुनौती दी है।
राज्यसभा चुनाव परिणाम को हाईकोर्ट में दी चुनौती
बता दें कि हिमाचल की एक सीट पर हुए राज्यसभा चुनावों में काफी उलट फेर देखने को मिला था। हिमाचल में 40 विधायकों वाली कांग्रेस का प्रत्याशी अभिषेक मनु सिंघवी यह चुनाव हार गए थे, जबकि 25 विधायकों वाली बीजेपी के प्रत्याशी हर्ष महाजन ने इस चुनाव में जीत दर्ज की थी।
दोनों को 34-34 मिले थे वोट
हालांकि दोनों ही प्रत्याशियों को बराबर मत पड़े थे। जिससे परिणाम टाई हो गया था और फिर इसका नतीजा पर्ची सिस्टम से तय किया गया था। पर्ची सिस्टम के आधार पर ही बीजेपी प्रत्याशी हर्ष महाजन को विजयी घोषित किया गया था।
परिणाम घोषित करने के नियमों को बताया गलत
आज यानी शनिवार को हिमाचल हाईकोर्ट में चुनाव परिणाम घोषित करने के नियमों को चुनौती देने के बाद अभिषेक मनु सिंघवी ने बताया कि दोनों ही उम्मीदवारों को 34-34 वोट प्राप्त हुए थे। बाद में जब लॉटरी सिस्टम से पर्ची से नाम निकाले गए तो उनका नाम निकला था, लेकिन इस पर्ची सिस्टम में जिस तरह से उम्मीदवार को जीत मिलीए वह गलत है।
जिसकी पर्ची निकलती है वह होता है विजयी प्रत्याशी
मनु सिंघवी का कहना है कि पर्ची में जिस भी उम्मीदवार का नाम निकला वह हार जाएए ऐसा कानून में कोई प्रावधान नहीं है। प्रचलन में जिसका नाम निकलता है वह जीतता है, लेकिन राज्यसभा चुनाव में हुए लॉटरी सिस्टम में इसके उलट हुआ हैए जिसको हाई कोर्ट में चुनौती दी जा रहीं है।
27 फरवरी को हुए थे राज्यसभा चुनाव
बता दें कि 27 फरवरी को हिमाचल राज्यसभा की एक सीट पर चुनाव हुआ थाए जिसमें तीन निर्दलीयों समेत छह कांग्रेस बागी विधायकों ने कांग्रेस के उम्मीदवार अभिषेक मनु सिंघवी के खिलाफ़ वोट देकर सारे समीकरण ही बिगाड़ दिए थे। 68 सदस्यों वाली हिमाचल विधानसभा में 34-34 पर मामला अटक गया था। जिसका फैसला बाद में पर्ची सिस्टम से किया गया था।
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दोनों प्रत्याशियों को बराबर मत मिलने के बाद लॉटरी सिस्टम से प्रत्याशी का नाम निकाला गया। जिसमें हर्ष महाजन को विजयी घोषित किया गया। अब लॉटरी सिस्टम की प्रक्रिया को अभिषेक मनु सिंघवी द्वारा हिमाचल हाईकोर्ट में चुनौती दी जा रही है।