शिमला। हिमाचल प्रदेश कांग्रेस के छह बागी विधायकों ने बीजेपी ज्वाइन कर ली है। आज दिल्ली में बीजेपी कार्याल में कांग्रेस के पूर्व विधायक राजेंद्र राणा, देवेंद्र भुट्टो, चैतन्य शर्मा, रवि ठाकुर, इंद्र दत्त लखनपाल और सुधीर शर्मा ने बीजेप का दामन थाम लिया है। बीजेपी ने इन सभी विधायकों को उपचुनाव में टिकट देने का भरोसा दिया है। इन छह बागी विधायकों ने राज्यसभा चुनाव के दौरान क्रॉस वोटिंग कर बीजेपी प्रत्याशी हर्ष महाजन का वोट दिया था।
मिली जानकारी के अनुसार, इस दौरान बीजेपी कार्यालय में केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर, हिमाचल प्रदेश के पूर्व सीएम जयराम ठाकुर, प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष राजीव बिंधल और बीजेपी के राज्यसभा सांसद हर्ष महाजन मौजूद रहे। बताया जा रहा है कि अब यह बागी विधायक सुप्रीम कोर्ट में अपनी सदस्यता बचाने के लिए दी गई याचिका को भी वापस ले लेंगे।
6 मई तक उपचुनाव में लगी रोक
बता दें कि बीजेपी का दामन थामने वाले कांग्रेस के इन बागी विधायकों को हिमाचल विधानसभा के स्पीकर कुलदीप सिंह पठानिया ने अयोग्य घोषित कर दिया है। इन विधायकों पर पार्टी व्हिप के उल्लंघन करने का आरोप है। जिसके बाद 4 मार्च को यह सभी विधायक अपनी सदस्यता बचाने के लिए सुप्रीम कोर्ट पहुंचे थे। इस बीच 16 मार्च को चुनाव आयोग ने विधानसभा उपचुनाव की घोषणी कर दी। वहीं, सुप्रीम कोर्ट ने छह बागी विधायकों की अयोग्यता पर रोक लगाने की मांग को भी खारिज कर दिया और 6 मई तक उपचुनाव करने पर भी रोक लगा दी।
काफी दिनों से रणनीति बना रहे थी बीजेपी
रिपोर्ट्स के अनुसार, राज्यसभा सांसद हर्ष महाजन पिछले काफी दिनों से इन विधायकों को कांग्रेस में शामिल करने की रणनीति बना रहे थे। वहीं, आज दिग्गज नेता एवं सुजानपुर से पूर्व विधायक राजेंद्र राणा, गगरेट से चैतन्य शर्मा, धर्मशाला से सुधीर शर्मा, बड़सर से इंद्रदत्त लखनपाल, कुटलैहड़ से देवेंद्र कुमार भुट्टो और लाहौल-स्पीति से रवि ठाकुर शर्मा बीजेपी में शामिल हो गए हैं।
क्रॉस वोटिंग कर किया बीजेपी का समर्थन
गौरतलब है कि हिमाचल प्रदेश में बीती 27 फरवरी हुए राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस ने अभिषेक मनु सिघंवी और बीजेपी ने हर्ष महाजन को प्रत्याशी बनाया था। उस समय कांग्रेस के पास 40 विधायक थे और तीन निर्दलीय भी कांग्रेस के साथ एसोसिएट के तौर पर काम कर रहे थे। जबकि, बीजेपी के पास केवल 35 विधायक थे। मगर वोटिंग के दौरान कांग्रेस के 6 विधायकों और तीनों निर्दलीय विधायकों ने बीजेपी के समर्थन में वोट दिया। जिसके चलते बीजेपी के हर्ष महाजन को जीत हासिल हो गई।